पड़ोस की पार्टी में गरम हवाएँ

पड़ोसन के परदे के पीछे: भाग 5

(Bold + sizzling group twist, with carefully spiced Very Bold language)


🎉 सोसायटी में Ladies Night

पड़ोस की सोसायटी में हर महीने की आखिरी शनिवार को ladies night होती थी।
मगर इस बार एक ट्विस्ट था — नीलिमा ने आरव को भी चुपचाप invite किया।

“बस आ जाना… पीछे वाले दरवाज़े से… ड्रेस कोड – कुछ नहीं।”

आरव को लगा ये मज़ाक है… मगर रात को जब वो पहुँचा, तो सीन सच में hotter than fantasy था।


👠 अंदर की गरमी

कमरे में dim light थी।
चार औरतें थीं — नीलिमा, काव्या, और दो महिलाएँ और – जिनमें से एक नई नवेली शादीशुदा श्रेया थी।

नीलिमा ने सीधा कहा:

“आरव, आज की रात सिर्फ और सिर्फ वासना की है… कोई पर्दा नहीं… कोई शर्म नहीं…”


🥂 शराब और शरारत

सभी औरतें शराब पी रही थीं…
काव्या ने रेड वाइन पीकर अपनी जुबान बाहर निकाली और बोली:

“आओ आरव… आज तुम्हारे लंड का टेस्ट करना है सबको…”

श्रेया थोड़ी शर्माई — लेकिन नीलिमा ने उसके कान में कुछ फुसफुसाया, और अगले ही पल उसने अपने बोब ब्लाउज़ से बाहर कर दिए।

“मैं नई हूँ… मगर वासना की भूख बहुत पुरानी है…”


🍑 बोब, चूत और हँसी

नीलिमा ने आरव की शर्ट खोलते हुए कहा:

“अबे लौंडे, तू खड़ा हो या नहीं… हम सब तेरे ऊपर चढ़ने वाली हैं।”

आरव के लंड ने तुरंत जवाब दे दिया।

काव्या ने उसकी पैंट नीचे खींची — और लंड को पकड़कर बोली:

“मम्मी रे… ये तो लंड नहीं, तलवार है… आज बूर चीर देगा बे!”


🔥 चटपटी शुरुआत

सबसे पहले काव्या नीचे गई… उसने चूत खोलकर मुँह में लंड ले लिया।
नीलिमा पीछे से बोब मसल रही थी और बोली:

“आज मेरी भतीजी भी तेरी होगी… और मैं भी…”

श्रेया पास बैठी रही — फिर धीरे से बोली:

“मुझे भी चाटो ना… मेरे पति ने तो कभी टाँगे भी नहीं खोलीं मेरी…”

आरव ने उसका ब्लाउज़ फाड़ा… बोब झन्नाटेदार थे — दूध से भरे हुए।


💦 लंड का बँटवारा

अब आरव ने लंड को काव्या से निकाला… और सीधा श्रेया की चूत में डाला।

“ओह्ह्ह… हाँ… मेरी बूर फट रही है…”

“तू मर्द नहीं, शैतान है बे!”

उधर नीलिमा ने खुद अपनी चूत में दो उँगलियाँ डाल लीं… और आरव को देखा:

“तेरा लंड मेरे बगैर अधूरा है बे…”


💋 climax का क्रश

एक ही पल में:

  • काव्या बोब चूस रही थी
  • श्रेया चूत ठुकवा रही थी
  • नीलिमा ने आरव की गांड पकड़ कर उसे खुद में खींच लिया

“गाड़ बे गाड़… मेरी बूर की आग बुझा दे… हर महीने यही पार्टी चाहिए…”


💨 थका मगर जीत गया

आरव का लंड तीन बार फूटा —
कभी काव्या के मुँह में, कभी श्रेया की चूत में, और अंत में नीलिमा की बूर में।

तीनों औरतें बेहद संतुष्ट… और आरव बस लेटा हुआ,
मुस्कराता हुआ —

“अब मैं इस बिल्डिंग का वासना राजा हूँ…”

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