पति का दोस्त 👨‍🦱🤝👨‍🦰

Biwi Ki Chhupi Saazish – Part 1

🔥 शॉर्ट टीज़र

“Raat ko bedroom ka darwaza adha khula tha… aur main ne apni biwi ko us tarah kisi aur ke saath dekha jaise main kabhi chhune ki himmat bhi nahi kar paaya tha. Mere pairon tale zameen khisak gayi… par mere andar ki vasna itni bhadak gayi ki main chup rehkar sab dekhne laga.”


💃 किरदारों का विवरण

Ramesh (Pati): 34 saal ka, ek sadharan naukri karne wala. Bahut shareef, lekin andar se daba hua vasnabaaz. Biwi ke samne kabhi apne asli jism ke armaan nahi khol paaya.

Nisha (Biwi): 29 saal ki, gehuan rang, moti kamar aur bhare seene wali. Upar se shareef, lekin andar se vasna ki bhookhi. Apne pati ko thoda “tadpate hue dekhna” uski chhupi aadat hai.

Rahul (Mehmaan): 28 saal ka, nisha ka “bachpan ka dost” jiske bare mein Ramesh ko kabhi shak nahi hua. Lamba, mazboot shareer aur nigaahon mein shararat.


🌙 प्लॉट / सेटिंग

Saal ka ant tha, December ki thandi raat. Bahar halki barish ho rahi thi aur ghar ke drawing room mein heater chal raha tha. Ramesh apni office ki file lekar study room mein baitha tha, jabki Nisha kitchen mein “mehmaan” ke liye coffee bana rahi thi.

Ramesh ne darwaze ke konen se dekha — uski biwi ne aaj ek patli chiffon ki saari pehni thi jo uske bhare badan pe chipak rahi thi. Ghode tak ghunghat kheench rakha tha… lekin kamar pe thoda sa palat ke jab wo coffee serve kar rahi thi, to uske blouse ke andar ki jalak Rahul khule aam dekh raha tha.


😏 फोरप्ले / बिल्डअप

पहली नज़र, पहली हलचल

Rahul sofa pe aaram se bitha tha. Usne hansi mein kaha:
“Arre Nisha… tum to bilkul waisi hi lag rahi ho jaise school ke dinon mein sapna lagti thi.”

Nisha ne jhuki hui nigaah se kaha:
“Rahul, aap bhi na… ab hum shaadi-shuda aurat hain.”

Ramesh ne yeh baat ek kone se suni, lekin uske kaan mein “sapna” shabd ghus gaya. Usne pehli baar socha — kya meri biwi sach mein aaj kisi aur ke liye saj-dhaj rahi hai?

आँखों का खेल

Coffee serve karte waqt Nisha ne apna pallu thoda upar uthaya. Rahul ki nazar seedhi uske seene ki gahrayi mein ghus gayi. Us waqt uski ungliyan cup ke rim par chal rahi thi, jaise woh bhi kisi sharir ko chhune ki practice kar raha ho.

Nisha chup-chap sab kuch enjoy kar rahi thi. Uske hothon pe ek halki si muskaan thi jo Ramesh ne pehle kabhi nahi dekhi thi.

डायलॉग्स जो वासना जगाएँ

Rahul ne dheemi aawaaz mein kaha:
“Tumhein pata hai… tumhare pati to bade shareef insaan lagte hain. Shayad tumhari asli bhook samajh hi nahi paate.”

Nisha ne uski baat sun kar halki si hansi dabayi.
“Har cheez pati ko thodi dikhayi jaati hai…”

Ramesh ke dil ki dhadkan tez ho gayi. Uske andar ek ajeeb si jalan thi, lekin saath hi ek nayi vasna bhi ubhar rahi thi.


🌀 हुक एंड

Ramesh ne pehli baar apne ghar ke drawing room ko ek mandi jaisa mehsoos kiya jahan uski biwi apni khwahish khol kar kisi aur ke saamne rakh rahi thi.

Us raat jab wo study se utha, to usne dekha bedroom ka darwaza adha khula hai… aur andar se halki si karah ki awaaz aa rahi thi.

“Kya main andar ghus jaun… ya bas dekh kar chup rah jaun?”

🔥 फोरप्ले कंटिन्यूएशन

आधा खुला दरवाज़ा

Ramesh bedroom के बाहर खड़ा था। दरवाज़ा बस इतना खुला था कि अंदर का आधा नज़ारा साफ़ दिख रहा था। Heater की गुनगुनी गरमी और बाहर की बारिश की ठंडी बूंदों के बीच कमरे का माहौल अजीब तरह की गर्मी से भर गया था।

Nisha ने अपनी साड़ी का पल्लू बिस्तर पर फेंक दिया था। उसके कंधे और गहरी गर्दन साफ़ दिख रही थी। Rahul बिलकुल पास बैठा था, उसकी उंगलियाँ नisha के हाथ से खेल रही थीं—धीरे-धीरे, जैसे किसी बच्ची को समझाने वाला हो, लेकिन उन उँगलियों में आग थी।

नज़रों का जादू

Rahul की आँखें सीधे Nisha के होंठों पर टिकी हुई थीं।
“Ab bhi wahi laal lipstick lagati ho?” उसने हल्की हंसी में कहा।

Nisha ने होंठों को भीगाते हुए जवाब दिया:
“Tumhein yaad hai? Mujhe laga tha ab tum sab bhool gaye hoge…”

उसके होंठों की नमी देखकर Rahul का हाथ धीरे से उसकी ठुड्डी पकड़ने लगा। और उस पल Ramesh को ऐसा लगा मानो उसकी अपनी बीवी पहली बार किसी और के लिए सचमुच औरत बनी हो।

छेड़छाड़ और छुपी चाह

Rahul ने उसकी साड़ी की सिल्क को उँगलियों से सहलाते हुए कहा:
“Ye kapda toh tumhare badan ko aur bhi zyada chhupa ke, aur bhi khatarnaak bana raha hai.”

Nisha ने आँखें झुका लीं, लेकिन शरीर बिलकुल स्थिर नहीं था। उसकी साँसें तेज़ हो चुकी थीं।
“Tumhari baatein… Ramesh ke samne kabhi kehne ki himmat nahi hoti…”

Rahul ने मुस्कुराकर फुसफुसाया:
“Isiliye toh tumhari aankhon mein woh bhook dikh rahi hai jo tum chupati ho.”

शरीर की नजदीकियाँ

Rahul का हाथ अब उसकी कलाई से सरककर कोहनी तक पहुँच चुका था। उसकी उंगलियाँ हल्की-हल्की गोलाई बनाते हुए नisha की बांह पर घूम रही थीं।
Nisha ने पलटकर उसे घूरा — एक नज़र जिसमें डर से ज्यादा इजाज़त छुपी थी।

Ramesh ने दरवाज़े के उस पार से देखा — उसकी बीवी की छाती हर सांस के साथ और उभरकर उठ रही थी। पसीने की हल्की चमक, और आँखों में वही रंगीन भूख।

संवाद जो आग को हवा दें

Rahul: “Bas ek baar… tumhari aankhon ka yeh raaz apni ungliyon se mehsoos karna chahta hoon.”
Nisha (धीमे स्वर में): “Rahul… yeh paap hai… par dil keh raha hai rokna bhi nahi.”


🌀 हुक एंड (Foreplay कंटिन्यूएशन का अंत)

कमरे में अब तक बस हल्की छुअन, नजरों की चोरी और दबी हंसी थी। मगर दोनों के बीच की गरमी इतनी बढ़ चुकी थी कि Ramesh को दरवाज़े के बाहर खड़े-खड़े ही पसीना आ गया।

Nisha ने अचानक Rahul का हाथ पकड़कर अपनी जांघ पर रख दिया।
और उसी पल Ramesh के कानों में उसकी दबी हुई सिसकी गूँज गई…

“Ab aage kya hoga… kya main dekhte rehne ki हिम्मत रख पाऊँगा?”

💋 गहराता फोरप्ले

होंठों की पहली चोरी

Rahul ने Nisha की ठुड्डी को ऊपर उठाया। उसकी आँखें गहरी और बेताब थीं।
एक पल के लिए दोनों बस एक-दूसरे को घूरते रहे… और फिर Rahul ने अचानक झुककर उसके होंठ अपने होंठों में कैद कर लिए।

Nisha की सांस जैसे वहीं अटक गई। पहले तो उसने खुद को पीछे खींचा, मगर Rahul की गर्म जुबान ने उसके होठों को इतना भिगो दिया कि उसका पूरा बदन ढीला पड़ गया।

“Uhmm… Rahul…” Nisha की आवाज़ गले से टूटी-टूटी निकली।

गर्दन पर भूखे होंठ

Rahul ने उसके होंठ छोड़ते ही सीधा गर्दन पर हमला किया।
उसकी जीभ और दाँत Nisha की नर्म गर्दन पर सरकते हुए ऐसे लगे जैसे बरसात की पहली बिजली।
Nisha ने आँखें कसकर बंद कर लीं, उसके होंठों से अनचाही सिसकियाँ फूटने लगीं।

“Tumhe… abhi bhi wahi khushboo aati hai, Nisha…” Rahul ने गर्दन चूमते हुए कहा।

कपड़ों के आरपार छुअन

Rahul का हाथ अब उसके ब्लाउज के ऊपर से सीधा उभरी हुई छातियों पर चला गया।
Nisha का सीना पहले ही तेज़ सांसों से ऊपर-नीचे हो रहा था, और अब Rahul की उँगलियों की पकड़ से उसका पूरा शरीर काँपने लगा।

Nisha ने उसकी कलाई पकड़ते हुए कहा:
“Rahul… bas karo… koi dekh lega…”
लेकिन उसके शब्दों और शरीर की प्रतिक्रिया में ज़मीन-आसमान का फर्क था। उसकी जांघें कसकर भींच चुकी थीं।

दबी कराहें और नर्मी का टूटना

Rahul ने ब्लाउज के अंदर हाथ डाल दिया। उसकी उंगलियाँ सीधे ब्रा के अंदर चली गईं।
जैसे ही उसने निप्पल दबाया, Nisha का पूरा बदन झटके से पीछे को झुका।
“Ahhh…!” उसकी दबाई हुई आवाज़ कमरे की खामोशी में साफ सुनाई दी।

Rahul ने कान में फुसफुसाकर कहा:
“Ab bhi rok sakti ho mujhe… agar chaho toh…”

Nisha ने आँखें खोलीं, उनमें डर नहीं था, सिर्फ पिघलती हुई चाह थी। उसने खुद Rahul के बाल पकड़कर फिर से अपने होंठों से जोड़ लिए।

जांघों पर सरकता हाथ

Rahul का दूसरा हाथ धीरे-धीरे उसकी साड़ी को घुटनों तक सरकाते हुए ऊपर चढ़ने लगा।
Nisha की सांसें और तेज़ हो गईं।
“Rahul… please… aur mat…”
लेकिन अगले ही पल उसने खुद अपनी जांघें थोड़ी ढीली कर दीं।

उसकी भीगी हुई गंध अब Rahul की उँगलियों तक पहुँच चुकी थी।


🌀 हुक एंड (Foreplay Intensified End)

दरवाज़े के बाहर खड़ा Ramesh अब समझ नहीं पा रहा था कि वह देख रहा है या सपना देख रहा है। उसकी बीवी अब किसी और के नीचे ऐसे सिसक रही थी जैसे सालों से दबे अरमान आज बाहर आ रहे हों।

Nisha ने अपनी आँखें बंद करते हुए धीरे से फुसफुसाया:
“Rahul… aaj mujhe khud se alag mat karna…”

🔥 चरम खेल

कमरे में हल्की अँधेरा था, पंखे की आवाज़ और बाहर बारिश की बूंदें। निशा अब पूरी तरह से राहुल की बाँहों में पिघल चुकी थी। उसके होंठों पर बार-बार चुंबन गिर रहे थे और उसकी साँसें तेज़ होती जा रही थीं।

राहुल ने उसकी साड़ी की प्लेट्स पकड़कर ऊपर से धीरे-धीरे खिसकाई। उसके ब्लाउज़ की गांठ पर उंगलियाँ टिक गईं।
निशा ने काँपते हुए उसके कान में फुसफुसाया—
प्लीज़धीरे करना…”

राहुल मुस्कुराया और उसके होंठों को जोर से चूस लिया। ब्लाउज़ खुलते ही उसका झूलता हुआ भरापूरा सीना बाहर आ गया। राहुल ने दोनों हाथों से दबोच लिया, मुँह से निप्पल पकड़कर चूसने लगा।

आह्ह्हस्सालामत चूस इतने जोर से…” निशा ने कराहते हुए कहा, लेकिन उसकी कमर राहुल की ओर खुद झुक गई।

अब तक पैंटी ही बची थी। राहुल ने उसे नीचे खींचा और पूरी तरह नग्न कर दिया।
निशा ने शर्म से आँखे बंद कर लीं।
तू तो बिलकुल जानवर हैअगर किसी ने देख लिया तो…”
राहुल ने उसकी ठुड्डी पकड़कर कहा—
“Aaj raat tujhe bas chudna hai, baaki sab bhool ja.”


पहली entry – नर्मी का स्वाद

राहुल ने अपना लौड़ा हाथ से सहलाया और निशा की गीली चूत पर रगड़ने लगा।
उसने धीरे से उसे अंदर धकेला।
आआह्ह्हधीरेजल रहा है…” निशा ने चादर मरोड़ ली।

पहली thrust धीमी थी, लेकिन इतनी गहरी कि निशा की आँखें उलट गईं।
राहुल झुककर उसके होंठों को चूमते हुए बोला—
“Abhi toh sirf shuruat hai, rakhsha bandhan tak yaad rahega tujhe…”

निशा का बदन अब पूरी तरह surrender कर चुका था। उसकी टाँगें राहुल की कमर को जकड़ चुकी थीं।


rough मोड़जोरदार चुदाई

कुछ देर नरमी के बाद राहुल ने रफ्तार तेज़ कर दी। अब बिस्तर की चादर खड़खड़ाने लगी।
छपाछपछपाछप…” आवाज़ें कमरे में गूँजने लगीं।

आह्ह्ह्हहाय रामफाड़ डाला तूने…” निशा कराह रही थी।
राहुल ने उसके बाल खींचते हुए कहा—
“Teri choot toh bas mere lund ke liye bani hai, samjhi?”

उसने निशा को पलटकर चारों हाथ पैरों पर खड़ा कर दिया।
डॉगी पोज़ में अब राहुल पूरी ताकत से ठोक रहा था।
निशा बार-बार कराह रही थी, बसबसफट जाएगी…”
लेकिन उसकी गीली चूत हर बार और कसकर पकड़ लेती।


पोज़िशन बदलाव – ride ka मज़ा

कुछ देर बाद राहुल कुर्सी पर बैठ गया और इशारे से निशा को बुलाया।
वो झेंपते हुए उसकी गोद में चढ़ गई।
अब वो खुद लंड पर ऊपर-नीचे होने लगी।
आह्ह्हआह्ह्हहाँ ऐसे हीअंदर तक लग रहा है…”

राहुल ने उसके उभार पकड़कर ऊपर-नीचे करना शुरू किया।
हर बार लंड गहराई तक घुसता और निशा चीख उठती।
उसके पसीने से भीगी जाँघें चमक रही थीं।


climax – फिनिशिंग

राहुल ने फिर से उसे बिस्तर पर लिटाया और पूरे जोश में ठोकने लगा।
उसकी कमर तेजी से हिल रही थी, आवाज़ें और तेज़ हो चुकी थीं।
निशा ने बाल बिखरे हुए और आँखें बंद कर कहीं खोई हुई सी कहा—
“Aaahhh… haan… bhar de… bhar de mujhe…”

कुछ ही सेकंड में राहुल गरजते हुए उसके अंदर फट पड़ा।
गर्मा-गर्म वीर्य की धारें निशा की चूत में भर गईं।
निशा ने लंबी कराह के साथ राहुल को कसकर पकड़ लिया।
दोनों पसीने में तरबतर, थके-हारे बिस्तर पर ढह गए।


भावनाएँ और हल्का guilt

कुछ मिनट चुप्पी रही।
फिर निशा ने आँखें खोलकर कहा—
ये गुनाह हैलेकिन तूने जो सुख दिया, शायद मेरे पति भी कभी ना दे पाएँ…”

राहुल ने उसके होंठों पर हल्की चुम्मी दी और फुसफुसाया—
“Ab toh tu meri aadat banegi…”

निशा की आँखों में डर भी था और लालसा भी।


Hook End

दरवाज़े के पीछे खड़ा रमेश (उसका पति) सब सुन चुका था।
उसकी साँसें भारी हो गईं।
क्या वो अंदर घुसेगा? या फिर अगली रात अपनी बीवी को खुद राहुल के हवाले कर देगा?

अगला हिस्सा: “Biwi Ki Saazish – Part 2” जहाँ रमेश का असली खेल सामने आएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *