भाभी की नटखट मुस्कान aur hidden teasing






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Short Teaser गर्मी की दोपहरी थी और भाभी सुचित्रा अपने कमरे में नए सूट में बदल रही थी।तभी आँगन में छुपकर कोई उसे देख रहा था ,और उसकी नज़रों में डर और वासना का अजीब मिश्रण झलक रहा था।हर नजर ,हर खिंचाव एक नई गर्माहट की कहानी बुन रही थी।

Character Detail सुचित्रा ( भाभी ) – उम्र 28,गोरी ,गोल – मटोल ,हरे – ब्राउन आँखें ,घने काले बाल।Secret desire:पति के बाहर थोड़ी – सी छुपी वासना और teasing ।Seductive smile और अपने आकर्षण से aware ।मनोज ( भाई ) – उम्र 30,लंबा , slim-fit,गाँव का साधारण लड़का।Secret desire:भाभी के सामने खुद को रोक पाना मुश्किल , voyeuristic thrill पसंद।करण ( मित्र / पड़ोसी ) – उम्र 26,हल्का muscular, city-bred, bold ।Secret desire:भाभी की नजरों में खुद को देखना , forbidden flirting का मज़ा।

Plot / Setting गाँव का छोटा सा आँगन ,दोपहर की तपती धूप और हल्की हवाओं के बीच ,भाभी अपने कमरे की खिड़की के पास खड़ी थी।मनोज और करण गलती से झाँकते हुए देख रहे थे ,पर खुद को छुपाने की कोशिश कर रहे थे।माहौल में डर ,रोमांच और forbidden thrill का मिश्रण था।

सुचित्रा ने धीरे – धीरे अपने सूट की पट्टियाँ ठीक की और जैसे ही उसने दर्पण में खुद को देखा ,उसकी धड़कन बढ़ गई।मनोज की आँखें झुकती – उठती उसके शरीर के contours पर टिकी थीं ,और करण की नज़रें बस उस निप्पल और चूत की झलक पकड़ने की कोशिश में थीं।" अरे !इतनी देर से कौन देख रहा है ?" सुचित्रा ने half-smile के साथ फुसफुसाया ,पर आवाज़ इतनी थी कि दोनों लड़कों की रगों में गर्माहट दौड़ गई।

मनोज ने खुद को रोकते हुए सोचा , " बस थोड़ी देर और फिर नहीं रुका तो खुद को नियंत्रित नहीं कर पाऊँगा।" करण ने एक कदम और बढ़ाया और धीरे से आँगन की छत पर हाथ रखा ,जैसे कि कहीं छुपा रहे और simultaneously भाभी की नज़रों में tease कर रहा हो।

सुचित्रा ने महसूस किया कि कुछ अलग था ;उसकी कमर के आसपास हल्की – संवेदनशील चमक और नटखट मुस्कान ने उसके अंदर की vasna को बढ़ा दिया।उसने धीरे – धीरे अपनी चूत की ओर हाथ बढ़ाया ,लेकिन अचानक पीछे से हवा के झोंके और दोनों लड़कों की नजरों की heat ने उसे और उत्साहित कर दिया।

" मनोज तुम्हें पता है ,मैं देख रही हूँ कि तुम कितनी देर से मुझे घूर रहे हो ," उसने teasing tone में कहा।मनोज का दिल तेज़ी से धड़कने लगा और वह अपनी नज़रें झुका बैठा।करण ने मुस्कुराते हुए कहा , " भाभी थोड़ी और नज़रे गिराने का मौका दो।"

सुचित्रा की होंठों पर हल्की – सी मुस्कान थी ,और उसने अपने निप्पल को हल्का सा दबाया।हवा में उसका blush फैल गया ,और मनोज और करण दोनों की सांसें तेज़ हो गईं।उसका अंग विशेष रूप से teasing gesture में move कर रहा था ,जिससे उनकी वासना और बढ़ गई।

सुचित्रा ने अपने स्तनों को दर्पण में देखा और धीरे से उन्हें पकड़ते हुए मनोज की तरफ़ देखा।" चलो थोड़ा खेल दिखाते हैं ," उसने फुसफुसाते हुए कहा।दोनों लड़के एक – दूसरे की ओर देखते हुए ,बिना कुछ कहे ,उसके अगले कदम का इंतजार करने लगे।

आँगन की खुली जगह में ,छुपते हुए और नजरों का खेल खेलते हुए ,हर movement में गर्माहट , blush और intimate teasing थी।करण ने धीरे से कहा , " भाभी ऐसा लगेगा जैसे पूरा गाँव हमारी नज़रों के खेल को देख रहा है।" सुचित्रा ने हल्की हँसी के साथ अपने बालों को पीछे किया और धीरे से कहा , " शायद पर यही तो मज़ा है।"

मनोज का हाथ हल्का सा कांप रहा था ,और करण की आँखों में चमक थी ;भाभी के नखरे ,होंठों का खेल ,और अंग की हल्की हरकत ने दोनों को inner vasna में डुबो दिया।सबको पता था कि यह खेल खतरनाक है ,पर forbidden thrill उन्हें रोक नहीं पा रहा था।

सुचित्रा ने अचानक झुककर अपने पैरों के पास कुछ गिरा लिया ,और दोनों लड़कों की नज़रें instinctively उसी ओर गईं।उसकी मुस्कान , blush और हल्की कराहती सांस ने उनके दिलों में craving और बढ़ा दी।

अगले पल ,भाभी ने अपनी आँखें खोलकर देखा और महसूस किया कि कोई और भी पास है।उसका दिल तेज़ धड़कने लगा ,और उसने सोचा कि अगली बार क्या होगा

सुचित्रा की आँखों ने तुरंत महसूस किया कि आँगन में कोई और है।उसकी धड़कन तेज़ हो गई ,और हाथ अपने स्तनों पर हल्का सा सटाकर उसने खुद को संभाला।मनोज और करण दोनों की नज़रें अभी भी उसी ओर टिक गई थीं ,पर अब उनकी curiosity और vasna दोनों चरम पर थी।

" कौन देख रहा है मुझे ?" सुचित्रा ने फुसफुसाते हुए पूछा ,पर आवाज़ में हल्की नटखट मुस्कान थी।मनोज ने अपने हाथों को झटकते हुए कहा , " भाभी कोई नहीं ,हम बस देख रहे थे।" करण ने पीछे से धीरे से कहा , " हां ,बस थोड़ी curiosity थी बस इतनी ही।"

सुचित्रा ने अपने अंग को हल्का सा खींचा और मुस्कुराते हुए कहा , " अच्छा तो तुम दोनों मुझे ऐसे ही घूरते रहोगे ?" उसकी आवाज़ में teasing और vasna दोनों थे।मनोज की नज़रें झुक गईं ,और करण का हृदय तेज़ी से धड़कने लगा।

फिर भाभी ने अपनी चूत की ओर हाथ बढ़ाया और हल्का सा दबाया।उसकी कराहती सांसें और blush ने दोनों लड़कों की inner गर्माहट को explode कर दिया।करण ने धीरे से कहा , " भाभी आपकी ये हरकतें मुझे और नटखट बना देती हैं।"

सुचित्रा ने अपने निप्पल को हल्का सा मरोड़ा और मनोज की तरफ़ देखा।" मनोज तुम भी नज़दीक आओ ," उसने teasing tone में कहा।मनोज ने एक कदम बढ़ाया ,पर हाथ सिर्फ़ हवा में हिला।उसकी आँखों में guilt और craving दोनों झलक रहे थे।

भाभी की मुस्कान और blush ने हवा में गर्माहट घोल दी थी।करण ने अपनी आंखें चमकाते हुए कहा , " भाभी ,ऐसा लगेगा जैसे पूरा गाँव हमारी नज़रों का खेल देख रहा है।" सुचित्रा ने हल्की हँसी के साथ बालों को पीछे किया और whispered किया , " शायद यही तो मज़ा है।"

फिर अचानक सुचित्रा ने झुककर अपने पैरों के पास कुछ गिरा लिया।दोनों लड़कों की नज़रें instinctively उसी ओर गईं।उसके blush और हल्की कराहती सांस ने उनके दिलों में craving और बढ़ा दी।

मनोज और करण अब एक – दूसरे की ओर देखते हुए बिना कुछ कहे ,भाभी के आगे आने वाले हर teasing move का इंतजार कर रहे थे।उसके अंग ,नखरे ,होंठों का खेल ,और हल्का सा intimate touch ने उनके अंदर vasna की आग और भड़का दी थी।

भाभी ने अपने स्तनों को दर्पण में देखा और धीरे से उन्हें सहलाया।उसकी कराहती सांसें , blush,और teasing glance ने आँगन में खामोशी और suspense दोनों बढ़ा दिए।मनोज की आँखें झुकी हुई थीं ,और करण के हाथ हल्के से कांप रहे थे।

सुचित्रा ने अचानक कहा , " अगर तुम दोनों ने देखा तो अब मेरे नटखट खेल में शामिल हो जाओगे ?" उसकी आवाज़ में excitement और blush की गर्माहट थी।मनोज ने धीरे से कहा , " भाभी हम बस " पर करण ने उसे बीच में रोकते हुए कहा , " हाँ ,भाभी हमें रोकना मुश्किल है।"

आँगन की खुली जगह में ,छुपते हुए नजरों का खेल और blush से भरी हर छोटी – छोटी हरकत ने forbidden thrill को और गहरा कर दिया।भाभी की मुस्कान ,कराहती सांसें ,अंग का हल्का खिंचाव और intimate teasing ने दोनों लड़कों की inner vasna को चरम पर पहुँचाया।

सुचित्रा ने अपने बालों को पीछे झटकते हुए whispered किया , " अगली बार तुम्हें और करीब आना होगा।" उसकी आँखों में mischievous sparkle और blush ने सबको और crave करने पर मजबूर कर दिया।

सुचित्रा ने अपने बालों को फिर से झटकते हुए आँगन में धीरे – धीरे कदम बढ़ाए।उसकी कमर की हल्की झुकी हुई अवस्था और स्तनों की subtle हलचल ने मनोज और करण दोनों के दिलों में inner vasna और बढ़ा दी।उसने फुसफुसाया , " देखो कितना खतरनाक खेल है ये ," और उसके होंठों का हल्का सा मुस्कान और blush दोनों ने हवा में गर्माहट फैला दी।

मनोज ने खुद को रोकते हुए कहा , " भाभी ऐसा मत करो ,मैं ।" पर करण ने बीच में धीमे से कहा , " बस थोड़ा और हमें भी blush और crave करने दो।" सुचित्रा की आँखें चमक रही थीं ,और उसने teasing tone में whispered किया , " अगर तुम दोनों ने मेरे अंग और निप्पल को गौर से देखा ,तो अब पीछे हटना मुश्किल होगा।"

उसने हल्की – हल्की कराहती सांसें लीं और अपने चूत के पास हाथ लेकर अंग की हल्की खिंचाव दिखाई।मनोज की सांसें तेज़ हो गईं और करण की आंखें बस उसी teasing glance पर टिक गईं।" भाभी तुम्हारी ये हरकतें हमें और नटखट बना रही हैं ," करण ने धीरे से कहा।

सुचित्रा ने अपना अंग हल्का सा कसते हुए कहा , " तो फिर क्या तुम दोनों देखना जारी रखोगे ?" उसके blush और teasing glance ने forbidden thrill को चरम पर पहुँचाया।मनोज की नज़रें झुकी हुई थीं ,और उसने खुद को रोकने की पूरी कोशिश की ,लेकिन भाभी की intimate teasing ने उसे अंदर से हलचल पैदा कर दी।

आँगन में छुपते हुए ,दोनों लड़कों की नजरें सुचित्रा के अंग ,नखरे ,और स्तनों की हर हलचल पर टिकी थीं।भाभी ने अचानक अपने पैरों के पास झुककर कुछ उठाया और teasing glance के साथ कहा , " तुम दोनों इसे miss नहीं कर सकते ,है ना ?"

मनोज ने खुद को पीछे खींचते हुए whisper किया , " भाभी ये सब खतरनाक है " पर करण ने मुस्कुराते हुए कहा , " हाँ ,भाभी और यही तो मज़ा है।"

सुचित्रा ने अपने होंठों से हल्का सा smile किया और whispered किया , " अगली बार मैं तुम्हें और पास बुलाऊँगी।" उसकी कराहती सांसें और blush ने दोनों की vasna और बढ़ा दी।

उसने अपने निप्पल और चूत के हल्के movements के साथ teasing gestures जारी रखे।मनोज और करण दोनों अब inner craving और blush में फंस चुके थे।हर movement,हर blush,और हर whispered शब्द forbidden thrill और excitement को हवा दे रहा था।

भाभी की मुस्कान , blush,और subtle intimate touch ने आँगन में suspense और craving फैलाकर अगले पल के लिए anticipation बढ़ा दी।दोनों लड़कों के लिए यह teasing और blush का खेल अब unbearable होने लगा था।

सुचित्रा ने धीरे – धीरे अपने पैरों की ओर देखा और हल्का सा झुकते हुए whispered किया , " तुम दोनों अब और नहीं देख सकते ,या फिर अपनी नजरें रोक पाओगे ?" उसकी मुस्कान और हल्की कराहती सांस ने आँगन में tension और blush दोनों बढ़ा दिए।मनोज की आंखें झुकी हुई थीं ,और करण की सांसें तेज़ हो गईं।

भाभी की नटखट चाल और अंग की subtle खिंचाव ने दोनों को अंदर तक हिला दिया।उसने अपने निप्पल को हल्का सा दबाया और स्तनों के हल्के movement के साथ teasing glance दिया।" देखो कितना मज़ा आ रहा है ना ," उसने फुसफुसाते हुए कहा।मनोज ने खुद को रोकते हुए whispered किया , " भाभी मैं ," पर करण ने बीच में कहा , " हाँ भाभी ऐसा लगेगा जैसे हम बस तुम्हारी हरकतों में खो गए हैं।"

सुचित्रा ने blush और mischievous smile के साथ कहा , " तो फिर तुम्हें और करीब आना चाहिए या बस दूर से देखना मज़ेदार है ?" उसकी आवाज़ में teasing और vasna दोनों थे।मनोज ने कदम पीछे खींचा ,पर करण ने अपनी आंखों में चमक के साथ धीरे से कहा , " हम देख रहे हैं और अब रुका नहीं जा सकता।"

भाभी ने अपने अंग को हल्का सा खींचा और whispered किया , " बस थोड़ी देर और और blush,और teasing,और intimate glance फिर सब कुछ बदल जाएगा।" उसकी हल्की कराहती सांस और blush ने आँगन में suspense और craving को चरम पर पहुँचा दिया।

सुचित्रा ने अचानक झुककर अपने पैरों के पास कुछ उठाया , teasing glance के साथ ,और whispered किया , " तुम दोनों इसे miss नहीं कर सकते ,है ना ?" मनोज ने अपनी नज़रें झुका लीं ,पर अंदर से उसके दिल की धड़कन तेज़ हो गई।करण की आंखें बस भाभी के अंग ,निप्पल और blush पर टिक गई थीं।

भाभी ने हल्की – हल्की कराहते हुए कहा , " अगली बार मैं तुम्हें और पास बुलाऊँगी।" उसकी मुस्कान , blush और subtle intimate gestures ने forbidden thrill और vasna को हवा दे दी।

आँगन में छुपते हुए ,तीनों के बीच नजरों का खेल और blush से भरी हर हरकत ने suspense और craving को और गहरा कर दिया।मनोज और करण दोनों अब inner vasna और blush में फंस चुके थे।

सुचित्रा ने आँगन में हल्के – हल्के कदम बढ़ाए ,और उसकी कमर के हल्के झुकाव ने मनोज और करण दोनों की धड़कनें और तेज़ कर दी।उसका blush,होंठों का हल्का खेल और निप्पल की subtle हरकत ने हवा में गर्माहट घोल दी।उसने whispered किया , " अब देखो कितना खतरनाक खेल है ये।"

मनोज की नज़रें झुकी हुई थीं ,पर अंदर से उसे हर blush और teasing glance ने और excite कर दिया।करण ने अपनी सांसें तेज़ करते हुए धीरे से कहा , " भाभी तुम्हारी ये हरकतें मुझे रोकना मुश्किल कर रही हैं।"

भाभी ने अपने अंग को हल्का सा खींचते हुए whispered किया , " बस थोड़ी देर और देखो कि blush और vasna कितना मज़ा दे रहे हैं।" उसकी हल्की कराहती सांस और teasing glance ने मनोज और करण की inner craving और बढ़ा दी।

सुचित्रा ने अचानक झुककर अपने पैरों के पास कुछ उठाया , teasing glance के साथ कहा , " तुम दोनों इसे miss नहीं कर सकते ,है ना ?" मनोज ने अपनी आंखें झुका लीं ,लेकिन अंदर से blush और vasna की आग तेज़ हो गई।करण की नजरें भाभी के अंग ,निप्पल और subtle movements पर टिक गईं।

भाभी ने हल्की हँसी के साथ whispered किया , " अगली बार मैं तुम्हें और पास बुलाऊँगी।" उसके blush,होंठों का खेल और subtle intimate gestures ने forbidden thrill और craving को चरम पर पहुँचा दिया।

आँगन में छुपते हुए ,तीनों के बीच नजरों का खेल और blush से भरी हर छोटी हरकत suspense और vasna को और गहरा कर रही थी।मनोज और करण दोनों अब inner blush और craving में फंस चुके थे।

सुचित्रा ने धीरे – धीरे आँगन की ओर झुकी और अपने अंग की हल्की खिंचाव के साथ मनोज और करण की तरफ़ teasing glance भिजवाई।उसकी कराहती सांसें और blush ने दोनों के अंदर craving और blush की आग और तेज़ कर दी।उसने फुसफुसाते हुए कहा , " अब देखो तुम्हें और करीब आने की हिम्मत होगी या फिर बस दूर से blush देखते रहोगे ?"

मनोज ने अपनी नज़रें झुकीं ,पर उसके दिल की धड़कन हर blush और subtle tease के साथ तेज़ हो रही थी।करण की आंखें बस भाभी के स्तनों ,निप्पल और चूत की हल्की झलक पर टिक गई थीं।उसने whispered किया , " भाभी तुम्हारी ये हरकतें मुझे और नटखट बना रही हैं।"

भाभी ने blush और mischievous smile के साथ कहा , " तो फिर तुम्हें और पास आना चाहिए या बस दूर से blush का मज़ा लेना ?" उसके होंठों का खेल और हल्की – हल्की कराहती सांस ने forbidden thrill को चरम पर पहुँचा दिया।

सुचित्रा ने अपने निप्पल को हल्का सा दबाया और अंग की हल्की खिंचाव दिखाते हुए whispered किया , " बस थोड़ी देर और और blush,और teasing फिर सब कुछ और intense हो जाएगा।" आँगन में छुपते हुए ,दोनों लड़कों की inner vasna और blush अब uncontrollable होने लगी थी।

भाभी ने अचानक झुककर अपने पैरों के पास कुछ उठाया और teasing glance के साथ कहा , " तुम दोनों इसे miss नहीं कर सकते ,है ना ?" मनोज ने खुद को पीछे खींचा ,पर blush और vasna की आग ने उसे और excited कर दिया।करण की आंखें भाभी के blush,निप्पल और subtle teasing gestures पर फिक्स थीं।

भाभी ने हल्की हँसी के साथ whispered किया , " अगली बार मैं तुम्हें और पास बुलाऊँगी।" उसके blush, subtle intimate touch और होंठों का खेल ने suspense और craving को चरम पर पहुँचा दिया।

आँगन में नजरों का खेल , blush, subtle teasing gestures और हल्की कराहती सांसें तीनों के बीच forbidden thrill को और deepen कर रही थीं।मनोज और करण दोनों अब inner blush और craving में फंसे हुए थे।

सुचित्रा ने अपने अंग की हल्की खिंचाव के साथ आँगन में धीरे – धीरे कदम बढ़ाए।उसकी कमर का subtle झुकाव और स्तनों की हल्की – हल्की हरकत ने मनोज और करण दोनों की धड़कनें और तेज़ कर दीं।उसका blush,होंठों का खेल और निप्पल की teasing gesture ने हवा में गर्माहट घोल दी।उसने फुसफुसाते हुए कहा , " देखो तुम्हें अब और इंतजार करना पड़ेगा या सीधे blush का मज़ा लेना चाहोगे ?"

मनोज की आंखें झुकी हुई थीं ,पर उसका दिल हर blush और teasing glance पर थरथर कर रहा था।करण की सांसें तेज़ हो गईं और उसकी नजरें बस भाभी के अंग ,स्तनों और निप्पल पर टिक गई थीं।उसने whispered किया , " भाभी तुम्हारी ये हरकतें हमें रोकना मुश्किल कर रही हैं।"

भाभी ने blush और mischievous smile के साथ कहा , " तो फिर क्या तुम दोनों और पास आओगे ,या बस दूर से blush का खेल देखना पसंद करोगे ?" उसकी हल्की – हल्की कराहती सांस और subtle teasing gestures ने forbidden thrill को चरम पर पहुँचा दिया।

सुचित्रा ने अपने अंग को हल्का सा कसते हुए whispered किया , " बस थोड़ी देर और blush, teasing और intimate glance फिर सब कुछ और intense हो जाएगा।" आँगन में छुपते हुए ,दोनों लड़कों की inner vasna और blush अब uncontrollable हो गई थी।

भाभी ने अचानक झुककर अपने पैरों के पास कुछ उठाया और teasing glance के साथ कहा , " तुम दोनों इसे miss नहीं कर सकते ,है ना ?" मनोज ने खुद को पीछे खींचा ,पर blush और vasna की आग ने उसे और उत्तेजित कर दिया।करण की आंखें भाभी के blush,निप्पल और subtle teasing gestures पर फिक्स थीं।

भाभी ने हल्की हँसी के साथ whispered किया , " अगली बार मैं तुम्हें और पास बुलाऊँगी।" उसके blush, subtle intimate touch और होंठों का खेल ने suspense और craving को चरम पर पहुँचा दिया।

आँगन में नजरों का खेल , blush, subtle teasing gestures और हल्की कराहती सांसें तीनों के बीच forbidden thrill को और deepen कर रही थीं।मनोज और करण दोनों अब inner blush और craving में फंसे हुए थे।

सुचित्रा ने अपने अंग की हल्की – हल्की खिंचाव के साथ आँगन में कदम रखा।मनोज और करण दोनों अब inner vasna और blush से almost पागल हो चुके थे।उसने teasing glance के साथ whispered किया , " अब देखो तुम्हें और इंतजार नहीं करना पड़ेगा।"

मनोज ने धीरे – धीरे उसकी तरफ़ कदम बढ़ाया ,उसकी सांसें तेज़ और दिल की धड़कन उछल रही थी।करण भी पास आया ,और तीनों के बीच हवा में tension, blush और forbidden thrill चारों ओर फैल चुका था।

सुचित्रा ने अपने स्तनों को हल्का सा दबाया और निप्पल पर tease करते हुए मनोज की तरफ़ देखा।" तुम दोनों अब मेरे blush और चूची के साथ खेलोगे ?" उसकी आवाज़ में vasna और excitement दोनों थे।

मनोज ने धीरे से उसके कमर को छुआ ,और भाभी की हल्की कराहती सांसें उसे अंदर तक हिला गईं।करण ने भी धीरे – धीरे उसका हाथ पकड़कर teasing तरीके से उसकी चूत और अंग पर हल्का सा touch किया।

सुचित्रा ने blush के साथ दोनों की तरफ़ मुस्कान भेजी और whispered किया , " बस अब और hide नहीं कर सकते।" उसने अपने होंठों से मनोज और करण के होंठों का हल्का सा खेल शुरू किया।दोनों लड़कों ने उसे धीरे – धीरे चूमा ,और भाभी की कराहती सांसें , blush और अंग की हल्की खिंचाव ने सभी को intimate और vasna में डुबो दिया।

फिर सुचित्रा ने अपने चूतड़ों और गांड पर हल्का सा दबाव डाला और whispered किया , " अब तुम्हारे लिए सब कुछ खुल जाएगा।" मनोज ने धीरे – धीरे उसके अंग और स्तनों को पकड़ लिया ,और करण ने भी blush और vasna के साथ उसे intimate तरीके से tease किया।

भाभी की कराहती सांसें , blush,और intimate gestures ने आँगन में suspense और craving को peak तक पहुँचा दिया।उसकी चूची और अंग पर दोनों लड़कों का ध्यान ,होंठों का खेल और subtle teasing ने सबको almost control खोने पर मजबूर कर दिया।

फिर सब धीरे – धीरे अपने blush और vasna को release करने लगे।सुचित्रा ने अंग को कसते हुए दोनों को अपने पास बुलाया ,और उनके होंठों का खेल ,स्तनों की हल्की – हल्की मालिश ,और intimate touch ने climax की चरम सीमा को छु लिया।

मनोज और करण दोनों अब पूरी तरह भाभी के blush,कराहती सांसों और teasing gestures में डूब चुके थे।आँगन में open thrill, blush, intimate teasing और vasna ने उन्हें inner craving से भर दिया।

Twist / Emotional भाभी की mischievous मुस्कान , blush और intimate touch ने सबको simultaneously guilt और extreme pleasure महसूस कराया।मनोज और करण के अंदर thrill और vasna का perfect mix था।सबने महसूस किया कि यह teasing और intimate खेल अब उनकी यादों में हमेशा के लिए रह जाएगा।

 


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