Gili Padosan Tanki Romance- Part 4
🕵️♀️ Short Teaser
राधा और अर्जुन की secret craving अब और भी तेज़ हो गई थी।
छिप-छिप कर टंकी, छत और खेतों में forbidden touch का खेल जारी था।
लेकिन गाँव की निगाहें कहीं उन्हें देख न लें, यही suspense उनकी हर साँस में घुला था।
👩🦰 Character Detail
- राधा (28): गोरी, curves वाली, गाँव की खूबसूरत महिला। Forbidden thrill और छिपी वासना की भूखी।
- अर्जुन (25): जवान, athletic, खेतों और छतों में छिपा-छिपा कर मिलने का जुनून। आँखों में नटखटपन और साहस।
- छोटी भूमिका: पड़ोस का बुज़ुर्ग (35+) या दोस्त, जो अनजाने में देख सकता है और suspense create करता है।
🏡 Plot / Setting
स्थान: गाँव, टंकी के पीछे, छत और खेत
समय: रात और शुरुआती सुबह
Mood: Secret thrill, teasing, open field spots, forbidden touch
💦 Foreplay / Build-up
राधा टंकी के पास खड़ी थी, उसकी साँसें अभी भी पिछली रात की यादों से तेज़ थीं। अर्जुन धीरे-धीरे उसके पास आया, हाथों में हल्की कंपन और आँखों में आग।
“राधा… आज फिर वही?” उसने फुसफुसाया।
राधा ने मुस्कान के साथ सिर हिलाया, “हाँ… अब मैं खुद को रोक नहीं सकती।”
अर्जुन ने उसकी कमर को कसकर थाम लिया। उनकी आँखों का खेल, हल्की फुसफुसाहटें, और हाथों की teasing अब और भी seductive लग रही थीं।
राधा ने अपने पल्लू को धीरे-धीरे ऊपर सरकाया। अर्जुन ने झुककर उसके कंधों और गर्दन पर होंठ फेरने शुरू किए। उसकी हल्की कराहें हवा में गूँज रही थीं।
“अगर कोई देख ले तो?” राधा ने फुसफुसाया।
“तो क्या? अब सिर्फ मैं और तू,” अर्जुन ने मुस्कुराते हुए कहा।
राधा ने अपनी उँगलियों से अर्जुन के हाथों को अपनी कमर पर फँसा लिया। उनकी साँसें rhythm में मिल गईं। टंकी की दीवार से टिका कर अर्जुन ने उसे पास खींचा।
राधा की आँखों में लालसा और craving दोनों झलक रहे थे। उसने धीरे से कहा –
“बस… अब और नहीं… इंतजार करना होगा।”
अर्जुन ने सिर हिलाया, “कल… सब कुछ खुल जाएगा।”
छिप-छिप कर मिलने की thrill, secret teasing, और forbidden touch की यादें दोनों को पागल कर रही थीं। राधा ने धीरे से अर्जुन के गाल को छूते हुए फुसफुसाया –
“तुम सच में पागल कर रहे हो मुझे।”
अर्जुन ने मुस्कराते हुए कहा –
“बस थोड़ा और… कल सब कुछ पूरा होगा।”
रात की ठंडी हवा में दोनों की गरमाहट बढ़ रही थी। टंकी की छाँव में खड़े दोनों का शरीर और दिल rhythm में आ गया। उनके हाथ, आँखें, और फुसफुसाहटें अब suspense और craving दोनों को बढ़ा रही थीं।
राधा ने हल्की कराह भरी –
“कल… शायद हम और भी आगे जाएँ।”
अर्जुन ने मुस्कराते हुए सिर हिलाया –
“हाँ… और वो दिन अब बहुत पास है।”
राधा की आँखों में लालसा और excitement दोनों थे। उसने धीरे से कहा –
“बस… अब और नहीं… इंतजार करना होगा।”
अर्जुन ने हाँ में सिर हिलाया –
“कल… सब कुछ खुल जाएगा।”
छिप-छिप कर मिलने की thrill और forbidden touch की craving अब दोनों के दिल और दिमाग़ में घुल चुकी थी। उनकी साँसें rhythm में थीं, हाथ धीरे-धीरे शरीर पर सरक रहे थे, और चुपचाप गाँव की रात में उनकी excitement और भी खतरनाक हो रही थी।
😈 Twist / Emotional
राधा और अर्जुन दोनों जानते थे कि कोई भी उन्हें देख ले तो उनका secret खत्म हो जाएगा।
फिर भी craving इतनी ज्यादा थी कि वे खुद को रोक नहीं पा रहे थे।
छिप-छिप कर मिलने की thrill, secret teasing, और forbidden touch की यादें उन्हें पागल कर रही थीं।
राधा ने धीरे से अर्जुन के गाल को छुआ और फुसफुसाया –
“तुम सच में पागल कर रहे हो मुझे।”
अर्जुन ने मुस्कुराते हुए कहा –
“बस थोड़ा और… कल सब कुछ पूरा होगा।”
रात्रि की हवा ठंडी थी, लेकिन राधा और अर्जुन की गरमाहट अब और बढ़ चुकी थी। टंकी के पीछे खड़ी राधा की साँसें तेज़ थीं, और उसकी नज़रों में पिछली रात की लालसा अभी भी झलक रही थी।
अर्जुन ने उसके हाथों को अपनी कमर पर महसूस किया और धीरे-धीरे उसके कंधों को अपने हाथों से सहलाया। “आज… तुम सच में मुझे पागल कर रही हो…” उसने फुसफुसाया।
राधा ने हल्की मुस्कान के साथ जवाब दिया – “मैं जानती हूँ… अब मैं खुद को रोक नहीं सकती।”
अर्जुन ने उसके पल्लू को हल्का ऊपर सरकाया। राधा की साँसें और तेज़ हो गईं। उसने अपने हाथों से उसकी पीठ को थामा और शरीर को उसके पास खींचा। उनकी आँखों का खेल अब और भी तीव्र हो गया था।
“अगर कोई देख ले तो?” राधा ने डरते हुए पूछा।
“तो क्या? अब बस मैं और तू।” अर्जुन ने मुस्कराते हुए कहा।
राधा ने अपने उँगलियों से अर्जुन के हाथों को अपनी कमर पर फँसा लिया। टंकी की दीवार से टिका कर अर्जुन ने उसे और पास खींचा। उनके बीच अब मुश्किल से हाथ की दूरी बची थी।
राधा की आँखों में डर और लालसा दोनों झलक रहे थे। उसने धीरे से कहा –
“बस… थोड़ा और… teasing बढ़ाएँ।”
अर्जुन ने सिर हिलाया और उसकी कमर कसकर पकड़ी। उनका शरीर rhythm में आ गया, हल्की फुसफुसाहटें और कराहें हवा में गूँज रही थीं।
राधा ने अपने होंठों से उसके गाल को छुआ और धीरे से फुसफुसाया –
“अर्जुन… मुझे… और पास लाओ।”
अर्जुन ने मुस्कुराते हुए उसकी कमर को और कसकर पकड़ा। उसके हाथ धीरे-धीरे राधा के कंधों और पीठ पर सरक रहे थे। टंकी की ठंडी दीवार के पीछे खड़े दोनों की सांसें rhythm में आ गई थीं।
राधा की हल्की कराहें और फुसफुसाहटें suspense को और बढ़ा रही थीं। उसने अपनी उँगलियों से अर्जुन की पीठ पर हल्की खरोंच दी। अर्जुन ने हँसते हुए उसे और पास खींचा।
“आज… थोड़ा और teasing?” राधा ने फुसफुसाया।
“बस थोड़ा suspense… अभी climax नहीं,” अर्जुन ने कहा।
राधा ने अपने पल्लू को और ऊपर सरकाया। उसकी साँसें अब और तेज़ थीं। अर्जुन ने झुककर उसके कंधों और गर्दन पर होंठ फेरना जारी रखा।
“आह्ह… अर्जुन… कोई देख ले तो?” उसने डरते हुए पूछा।
“तो क्या? ये पल सिर्फ हमारा है।” अर्जुन ने मुस्कराते हुए जवाब दिया।
राधा की आँखों में अब डर नहीं था, बस भूख और craving की आग थी। उसने धीरे से कहा –
“कल… शायद हम और भी आगे जाएँ।”
अर्जुन ने हाँ में सिर हिलाया –
“हाँ… और वो दिन अब बहुत पास है।”
राधा ने अपने हाथों से उसकी पीठ को और कसकर थामा। हल्की फुसफुसाहटें, हवा में गूँजती कराहें, और उनके हाथों का rhythm अब suspense को चरम पर ले जा रहा था।
राधा ने धीरे से फुसफुसाया –
“बस… अब और नहीं… इंतजार करना होगा।”
अर्जुन ने हाँ में सिर हिलाया –
“कल… सब कुछ खुल जाएगा।”
उनकी आँखों में लालसा और craving अब तक पूरी तरह छा चुकी थी। टंकी की ठंडी दीवार के पीछे खड़े दोनों की साँसें rhythm में थीं। अर्जुन ने राधा को हल्का पीछे झुकाया और उसके गालों पर होंठ फेरते हुए धीरे-धीरे teasing बढ़ाई।
“बस थोड़ा suspense… थोड़ा और teasing… अभी climax नहीं।” उसने फुसफुसाया।
राधा ने अपने हाथों से उसके कंधों और पीठ को महसूस किया। हवा में उनकी फुसफुसाहटें और कराहें suspense को और बढ़ा रही थीं।
राधा और अर्जुन दोनों जानते थे कि कोई भी देख ले तो उनका secret खत्म हो जाएगा। फिर भी craving इतनी ज्यादा थी कि वे खुद को रोक नहीं पा रहे थे।
छिप-छिप कर मिलने की thrill, secret teasing, और forbidden touch की यादें उन्हें पागल कर रही थीं। टंकी के पीछे की ठंडी हवा में उनकी धड़कनें और सांसें rhythm में थीं।
राधा ने धीरे से अर्जुन के गाल को छुआ और फुसफुसाया –
“तुम सच में पागल कर रहे हो मुझे।”
अर्जुन ने मुस्कुराते हुए कहा –
“बस थोड़ा और… कल सब कुछ पूरा होगा।”
उनकी आँखों में लालसा, craving और suspense अब पूरी तरह समा चुकी थी। अगली रात, जब चाँदनी और भी तेज़ होगी, उनकी यह secret thrill और teasing और भी खतरनाक और forbidden होने वाली थी।
अगली रात गाँव में सन्नाटा पसरा था। टंकी के पीछे राधा खड़ी थी, उसकी साँसें अभी भी पिछली रात की याद से तेज़ थीं। अर्जुन धीरे-धीरे उसके पास आया, आँखों में वही नटखट आग और होंठों पर मुस्कान।
“राधा… आज का suspense तुम्हें और ज्यादा बहका देगा।” उसने फुसफुसाया।
राधा ने हल्की मुस्कान के साथ जवाब दिया – “मैं जानती हूँ… अब मैं खुद को रोक नहीं सकती।”
अर्जुन ने धीरे-धीरे उसके कंधों पर हाथ फेरते हुए उसे अपने पास खींचा। उसकी उँगलियाँ राधा की कमर और पीठ पर सरक रही थीं। राधा ने अपनी साँसें तेज़ की और हल्की कराहें भरते हुए फुसफुसाया –
“आह्ह… अर्जुन… अब और पास आओ।”
अर्जुन ने हँसते हुए उसकी कमर कसकर पकड़ ली। टंकी की ठंडी दीवार के पीछे खड़े दोनों का शरीर rhythm में आ गया। उनके हाथ, उनकी आँखें, और फुसफुसाहटें suspense को और बढ़ा रही थीं।
राधा ने अपने हाथों से अर्जुन के कंधों को पकड़ा और धीरे-धीरे अपने शरीर को उसके सामने घुमाया। उसकी नज़रों में डर और लालसा दोनों झलक रहे थे। उसने फुसफुसाया –
“अगर कोई देख ले तो?”
“तो क्या? ये पल सिर्फ हमारा है।” अर्जुन ने मुस्कराते हुए जवाब दिया।
राधा ने धीरे से अपने पल्लू को ऊपर सरकाया। उसकी साँसें और तेज़ हो गईं। अर्जुन ने झुककर उसके कंधों और गर्दन पर होंठ फेरना शुरू किया। राधा की हल्की कराहें हवा में गूँज रही थीं।
“बस थोड़ा suspense… अभी climax नहीं,” उसने धीरे से फुसफुसाया।
राधा ने अपने हाथों से उसकी पीठ को महसूस किया। अर्जुन ने हँसते हुए उसे और पास खींचा।
टंकी के पीछे की ठंडी हवा में उनकी धड़कनें और साँसें rhythm में थीं। राधा की आँखों में लालसा और craving दोनों अब पूरी तरह उजागर हो गई थीं। उसने धीरे से फुसफुसाया –
“बस… थोड़ा और teasing।”
अर्जुन ने सिर हिलाया और उसकी कमर को कसकर पकड़ा।
उनकी साँसें अब rhythm में इतनी गहरी हो गई थीं कि लगता था पूरा गाँव सुन सकता है। टंकी की दीवार के पीछे खड़े दोनों का शरीर हल्के कंपन से थरथराने लगा।
राधा ने धीरे-धीरे अर्जुन के गाल को छुआ और फुसफुसाया –
“तुम सच में मुझे पागल कर रहे हो।”
अर्जुन ने मुस्कराते हुए जवाब दिया –
“बस थोड़ा और… अभी suspense… कल सब कुछ पूरा होगा।”
राधा ने अपने हाथों से उसकी पीठ को कसकर थामा। हल्की फुसफुसाहटें, हवा में गूँजती कराहें, और उनके हाथों का rhythm अब suspense को चरम पर ले जा रहा था।
अर्जुन ने राधा को हल्का पीछे झुकाया और उसके गालों पर होंठ फेरते हुए teasing बढ़ाई। राधा की साँसें अब और तेज़ थीं। उसने अपने हाथों से उसके कंधों और पीठ को महसूस किया।
“आह्ह… अब और teasing?” राधा ने फुसफुसाया।
“बस थोड़ा suspense… अभी climax नहीं। थोड़ा और teasing।” अर्जुन ने कहा।
राधा ने अपने पल्लू को और ऊपर सरकाया। उसकी धड़कनें तेज़ थीं। अर्जुन ने झुककर उसके कंधों और गर्दन पर हल्के होंठ फेरने शुरू किए।
टंकी के पीछे खड़े दोनों की आँखों में अब लालसा, craving और suspense पूरी तरह समा चुकी थी। हर हल्की छूने की आदत, हर फुसफुसाहट और हल्की कराह suspense को और बढ़ा रही थी।
राधा ने धीरे से फुसफुसाया –
“कल… शायद हम और भी आगे जाएँ।”
अर्जुन ने हाँ में सिर हिलाया –
“हाँ… और वो पल अब पास है।”
उनकी आँखों का खेल अब और भी तीव्र था। टंकी की दीवार के पीछे खड़े दोनों की साँसें rhythm में थीं। अर्जुन ने धीरे-धीरे राधा की कमर को अपने हाथों में कसकर महसूस किया।
राधा ने धीरे से कहा –
“बस… अब और नहीं… इंतजार करना होगा।”
अर्जुन ने हाँ में सिर हिलाया –
“कल… सब कुछ खुल जाएगा।”
छिप-छिप कर मिलने की thrill, secret teasing, और forbidden touch की यादें उन्हें पागल कर रही थीं। अगली रात जब चाँदनी और भी तेज़ होगी, उनकी secret craving और teasing और भी खतरनाक और forbidden होने वाली थी।
अगली रात चाँदनी और भी तेज़ थी। टंकी के पीछे राधा खड़ी थी, उसकी साँसें पिछली रात की यादों से अभी भी तेज़ थीं। अर्जुन धीरे-धीरे पास आया, आँखों में वही नटखट चमक और होंठों पर मुस्कान।
“राधा… आज की रात और भी खतरनाक होने वाली है।” उसने फुसफुसाया।
राधा ने हल्की मुस्कान के साथ जवाब दिया –
“मैं जानती हूँ… अब मैं खुद को रोक नहीं सकती।”
अर्जुन ने उसके कंधों पर हाथ फेरते हुए उसे अपने पास खींचा। उसकी उँगलियाँ राधा की पीठ और कमर पर हल्के स्पर्श कर रही थीं। राधा की साँसें तेज़ हो गईं और उसने फुसफुसाया –
“आह्ह… अर्जुन… अब और पास आओ।”
अर्जुन ने हँसते हुए उसकी कमर कसकर पकड़ी। टंकी की ठंडी दीवार के पीछे खड़े दोनों का शरीर rhythm में आ गया। उनके हाथ, उनके हल्के स्पर्श और फुसफुसाहटें suspense को और बढ़ा रही थीं।
राधा ने धीरे-धीरे अपने पल्लू को ऊपर सरकाया। उसकी साँसें और तेज़ हो गईं। अर्जुन ने झुककर उसके कंधों और गर्दन पर हल्के होंठ फेरना शुरू किया। राधा की हल्की कराहें हवा में गूँज रही थीं।
“बस थोड़ा suspense… अभी climax नहीं।” उसने धीरे से फुसफुसाया।
राधा ने अपने हाथों से उसकी पीठ को महसूस किया। अर्जुन ने हँसते हुए उसे और पास खींचा।
टंकी के पीछे की ठंडी हवा में उनकी धड़कनें और साँसें rhythm में थीं। राधा की आँखों में लालसा और craving दोनों अब पूरी तरह उजागर हो गई थीं। उसने धीरे से फुसफुसाया –
“बस… थोड़ा और teasing।”
अर्जुन ने सिर हिलाया और उसकी कमर को कसकर पकड़ा।
उनकी साँसें rhythm में इतनी गहरी हो गई थीं कि ऐसा लग रहा था कि पूरा गाँव सुन सकता है। टंकी की दीवार के पीछे खड़े दोनों का शरीर हल्के कंपन से थरथराने लगा।
राधा ने धीरे-धीरे अर्जुन के गाल को छुआ और फुसफुसाया –
“तुम सच में मुझे पागल कर रहे हो।”
अर्जुन ने मुस्कराते हुए कहा –
“बस थोड़ा और… अभी suspense… कल सब कुछ पूरा होगा।”
राधा ने अपने हाथों से उसकी पीठ को कसकर थामा। हल्की फुसफुसाहटें, हवा में गूँजती कराहें, और उनके हाथों का rhythm suspense को चरम पर ले जा रहा था।
अर्जुन ने राधा को हल्का पीछे झुकाया और उसके गालों पर होंठ फेरते हुए teasing बढ़ाई। राधा की साँसें अब और तेज़ थीं। उसने अपने हाथों से उसके कंधों और पीठ को महसूस किया।
“आह्ह… अब और teasing?” राधा ने फुसफुसाया।
“बस थोड़ा suspense… अभी climax नहीं। थोड़ा और teasing।” अर्जुन ने कहा।
राधा ने अपने पल्लू को और ऊपर सरकाया। उसकी धड़कनें तेज़ थीं। अर्जुन ने झुककर उसके कंधों और गर्दन पर हल्के होंठ फेरने शुरू किए।
टंकी के पीछे खड़े दोनों की आँखों में अब लालसा, craving और suspense पूरी तरह समा चुकी थी। हर हल्की छूने की आदत, हर फुसफुसाहट और हल्की कराह suspense को और बढ़ा रही थी।
राधा ने धीरे से फुसफुसाया –
“कल… शायद हम और भी आगे जाएँ।”
अर्जुन ने हाँ में सिर हिलाया –
“हाँ… और वो पल अब पास है।”
उनकी आँखों का खेल अब और भी तीव्र था। टंकी की दीवार के पीछे खड़े दोनों की साँसें rhythm में थीं। अर्जुन ने धीरे-धीरे राधा की कमर को अपने हाथों में कसकर महसूस किया।
राधा ने धीरे से कहा –
“बस… अब और नहीं… इंतजार करना होगा।”
अर्जुन ने हाँ में सिर हिलाया –
“कल… सब कुछ खुल जाएगा।”
छिप-छिप कर मिलने की thrill, secret teasing, और forbidden touch की यादें उन्हें पागल कर रही थीं। अगली रात जब चाँदनी और भी तेज़ होगी, उनकी secret craving और teasing और भी खतरनाक और forbidden होने वाली थी।
अगली रात गाँव की हवा ठंडी थी, लेकिन अर्जुन और राधा की गरमाहट अब पहले से भी बढ़ चुकी थी। टंकी के पास खड़ी राधा की साँसें पिछली रात की याद से तेज़ थीं। अर्जुन धीरे-धीरे पास आया, आँखों में वही नटखट चमक और होंठों पर मुस्कान।
“राधा… आज का suspense तुम्हें और ज्यादा बहका देगा।” उसने फुसफुसाया।
राधा ने हल्की मुस्कान के साथ कहा –
“मैं जानती हूँ… अब मैं खुद को रोक नहीं सकती।”
अर्जुन ने उसकी कमर को कसकर पकड़ा। उनकी आँखों में लालसा और craving पूरी तरह उजागर हो चुकी थी। राधा ने अपने पल्लू को धीरे-धीरे ऊपर सरकाया। उसकी साँसें अब और तेज़ थीं।
“बस थोड़ा suspense… अभी climax नहीं।” अर्जुन ने फुसफुसाया।
राधा ने अपने हाथों से उसकी पीठ को महसूस किया और हल्की कराह भरी।
टंकी की ठंडी दीवार के पीछे खड़े दोनों का शरीर rhythm में था। उनके हाथ, उनकी फुसफुसाहटें, और हल्की छूने की आदतें suspense को चरम पर ले जा रही थीं।
राधा ने धीरे से फुसफुसाया –
“आह्ह… अब और teasing?”
अर्जुन ने मुस्कराते हुए कहा –
“बस थोड़ा और… अब सब कुछ खुलने वाला है।”
राधा की आँखों में डर, लालसा और craving तीनों भाव झलक रहे थे। उसने धीरे से अर्जुन के गाल को छुआ।
“तुम सच में मुझे पागल कर रहे हो।” उसने फुसफुसाया।
अर्जुन ने हँसते हुए कहा –
“बस थोड़ा और… अब climax करीब है।”
राधा ने अपने हाथों से अर्जुन के कंधों और पीठ को महसूस किया। उनके बीच की दूरी अब नगण्य थी। टंकी के पीछे खड़े दोनों की साँसें rhythm में मिल गईं।
अर्जुन ने धीरे-धीरे राधा को टंकी की दीवार से टिका दिया और उसके पल्लू को पूरी तरह ऊपर सरका दिया। राधा की धड़कनें तेज़ थीं। उसने अपने हाथों से उसकी पीठ को थामा।
“अब… मैं तुम्हें पूरी तरह महसूस करना चाहता हूँ।” अर्जुन ने फुसफुसाया।
राधा ने हल्की कराह भरी और उसके हाथों को अपने शरीर पर महसूस किया।
उनकी आँखें अब एक-दूसरे से नहीं हट रही थीं। टंकी के पीछे की ठंडी हवा में उनकी धड़कनें और साँसें rhythm में थीं।
राधा ने फुसफुसाया –
“आह्ह… अब… अब मैं नहीं रोक सकती।”
अर्जुन ने मुस्कुराते हुए कहा –
“बस यही पल हमारा था… अब सब कुछ खुल जाएगा।”
उनकी आँखों का खेल, हल्की छूने की आदतें और फुसफुसाहटें climax की तैयारी को और intensify कर रही थीं।
राधा की उँगलियाँ उसके कंधों और पीठ पर फंसी हुई थीं। अर्जुन ने धीरे-धीरे उसका शरीर अपने पास खींचा। उनके होंठ और हाथ अब खुलकर छूने लगे।
“अब… अब सब कुछ…” राधा ने फुसफुसाया।
अर्जुन ने हाँ में सिर हिलाया। उनके बीच forbidden touch अब चरम पर था।
छिप-छिप कर मिलने की thrill और secret teasing अब climax के threshold पर थी। अगले moment में उनकी craving पूरी होगी, और टंकी के पीछे उनका secret और भी गहरा, forbidden और रोमांचक बन जाएगा।
टंकी के पीछे रात का सन्नाटा और चाँदनी दोनों ही गाँव के खुले माहौल में राधा और अर्जुन को अपनी दुनिया में डूबने का मौका दे रहे थे। उनकी साँसें तेज़ थीं, दिल धड़क रहा था।
अर्जुन ने धीरे-धीरे राधा के गालों को छूते हुए फुसफुसाया –
“बस… अब और इंतजार नहीं।”
राधा ने हल्की मुस्कान के साथ सिर हिलाया। उसकी उँगलियाँ अर्जुन की पीठ पर फंसी थीं, शरीर काँप रहा था।
“अर्जुन… अगर कोई देख ले तो?” उसने झिझकते हुए पूछा।
“तो क्या? अब सिर्फ हम हैं,” अर्जुन ने मुस्कुराते हुए कहा।
राधा ने अपने हाथों से उसके कंधों और कमर को महसूस किया। forbidden touch अब peak पर थी।
🔥 Climax
अर्जुन ने राधा के पल्लू को पूरी तरह ऊपर सरका दिया। उसकी छाती चाँदनी में झिलमिला रही थी। राधा ने उसकी पीठ को कसकर थामा।
उनकी आँखें एक-दूसरे से नहीं हट रही थीं। अर्जुन ने धीरे-धीरे उसके शरीर को अपने पास खींचा, होंठों से गर्दन और कंधों पर हल्की चुम्बन देने लगा।
“अब… मैं तुम्हें पूरी तरह महसूस करना चाहता हूँ।” उसने फुसफुसाया।
राधा ने हल्की कराह भरी और उसके हाथों को अपने शरीर पर महसूस किया।
अर्जुन ने उसकी कमर और पीठ को कसकर पकड़ा। उनके हाथ, होंठ और शरीर अब एक rhythm में थे। राधा की हल्की कराहें, फुसफुसाहटें और साँसें हवा में गूँज रही थीं।
“आह्ह… अर्जुन… अब और?” राधा ने फुसफुसाया।
“बस… अभी यही पल है,” अर्जुन ने जवाब दिया।
धीरे-धीरे उन्होंने अपने आप को एक-दूसरे में खो दिया। forbidden touch और secret craving अब चरम पर थी।
राधा ने अपने होंठों से अर्जुन के गाल, कान और गर्दन को छू लिया। अर्जुन ने उसके शरीर को अपने हाथों में थामा, दोनों की धड़कनें एक rhythm में मिली।
😈 Twist / Emotional / Satisfaction
राधा और अर्जुन अब जानते थे कि उनका secret अब और भी गहरा हो गया है।
छिप-छिप कर मिलने की thrill, forbidden touch और craving climax तक पहुँच चुकी थी।
उनकी आँखों में satisfaction और लालसा दोनों झलक रहे थे।
राधा ने धीरे से कहा –
“अब… अब मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकती।”
अर्जुन ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया –
“हमेशा… बस हम दोनों।”
टंकी के पीछे की यह रात उनके लिए unforgettable, forbidden और lust-filled memory बन गई।
छिपे हुए रिश्ते की हर चुनौती, हर forbidden touch, और छिप-छिप कर मिलने का thrill अब उनके लिए एक पूर्ण satisfaction के साथ समाप्त हुआ।
✅ Series Conclusion
गाँव की यह रात अब उनकी यादों में हमेशा के लिए सुरक्षित थी।
राधा और अर्जुन ने अपने रिश्ते की सीमाओं को जाना, अपनी लालसा को महसूस किया और forbidden thrill के चरम तक पहुँचकर खुद को पूरी तरह से खो दिया।
अब उनकी कहानी complete और closure के साथ समाप्त हो गई।